कहानी संग्रह के रूप में प्रस्तुत ‘देवदूत’ ऐसी सच्ची घटनाओं का संग्रह है जिनमें जीवन से निराश व हताश लोगों के जीवन में एक अप्रत्याशित मोड़ आता है और किसी व्यक्ति के सहयोग से उनका नारकीय व दुखद जीवन सुख की लालिमा को देखने लगता है। देवदूत की कहानियों में वे ही घटनाएं चित्रित की गई हैं जो उन पात्रों से साक्षात्कार करते समय मुझे बतलाई गईं।
इन कहानियों को खोजते हुए मैंने मानव विषाद व वंचनाओं को अति निकट से देखा एवं मेरी लेखनी ने उन सभी मार्मिक अनुभवों को एक क्रम में सजाने की कोशिश की है।
देवदूत में एक ऐसे ही व्यक्ति के जनकल्याणकारी कार्यों का वर्णन है, जिनसे पीड़ितों व उपेक्षित लोगों को उनके बुरे समय में इलाज, वित्तीय सहायता, सम्मान, सुरक्षा, भोजन, वस्त्र, योजनाओं का लाभ आदि प्राप्त हुई और उनके जीवन का विषाद अचानक से कम हो गया।
जैसे-जैसे आप इस पुस्तक के पन्नों में चित्रित उन सच्ची घटनाओं को पढ़ेंगे, वैसे-वैसे आपको उन पीड़ितों की पीड़ा और उनकी पीड़ा को हरने के लिए उनके जीवन में आये देवदूत के जनपरोपकारी कार्यों के बारे में पता चलेगा।
कहानी संग्रह के रूप में प्रस्तुत ‘देवदूत’ ऐसी सच्ची घटनाओं का संग्रह है जिनमें जीवन से निराश व हताश लोगों के जीवन में एक अप्रत्याशित मोड़ आता है और किसी व्यक्ति के सहयोग से उनका नारकीय व दुखद जीवन सुख की लालिमा को देखने लगता है। देवदूत की कहानियों में वे ही घटनाएं चित्रित की गई हैं जो उन पात्रों से साक्षात्कार करते समय मुझे बतलाई गईं।
इन कहानियों को खोजते हुए मैंने मानव विषाद व वंचनाओं को अति निकट से देखा एवं मेरी लेखनी ने उन सभी मार्मिक अनुभवों को एक क्रम में सजाने की कोशिश की है।
देवदूत में एक ऐसे ही व्यक्ति के जनकल्याणकारी कार्यों का वर्णन है, जिनसे पीड़ितों व उपेक्षित लोगों को उनके बुरे समय में इलाज, वित्तीय सहायता, सम्मान, सुरक्षा, भोजन, वस्त्र, योजनाओं का लाभ आदि प्राप्त हुई और उनके जीवन का विषाद अचानक से कम हो गया।
जैसे-जैसे आप इस पुस्तक के पन्नों में चित्रित उन सच्ची घटनाओं को पढ़ेंगे, वैसे-वैसे आपको उन पीड़ितों की पीड़ा और उनकी पीड़ा को हरने के लिए उनके जीवन में आये देवदूत के जनपरोपकारी कार्यों के बारे में पता चलेगा।